पकड़े गए आरोपी
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ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ओमिक्रान-1 के मथुरापुर में पकड़ी गई 150 करोड़ रुपये की ड्रग्स की फैक्टरी और गिरफ्तार किए गए चार नाइजीरियाई नागरिकों का सरगना दिल्ली में बैठकर धंधा ऑपरेट करता था। वही इन लोगों को ड्रग्स बनाकर उसे सप्लाई करने को कहता था। दिल्ली तक यह लोग ड्रग्स के बंडल बाइक टैक्सी और अपनी प्राइवेट कारों से पहुंचा देते थे। आरोपियों से दो कारें भी बरामद हुई थीं। इस मामले ने अमेरिकी क्राइम ड्रामा ब्रेकिंग बैड और उसके नायक वॉल्टर व्हाइट की याद दिली। जिसमें वॉल्टर नशे की खेप को तैयार करता था और उसका साथी जेसी और उसके दोस्त उसे आगे पहुंचाते थे।
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि ड्रग्स से आए पैसे के स्रोत को सही दिखाने के लिए इन लोगों ने दो फर्जी कंपनियां भी तैयार कर रखी थीं। इनमें एक कंपनी फर्टिलाइजर और दूसरी कपड़े के व्यापार की थी। असल में इनमें ऐसा कोई व्यापार नहीं होता था। इसके अलावा पकडे़ गए आरोपियों का पहले पकड़े गए ड्रग्स के आरोपियों के साथ संपर्क होना भी पाया गया है।
पुलिस के मुताबिक, मथुरापुर में मकान में छापा मारने के बाद वहां पर कुछ फोन नंबर भी मिले थे। इन नंबरों की जब जांच की गई तो जानकरी हुई कि आरोपी दिल्ली में बैठे किसी व्यक्ति के लगातार संपर्क में थे। इन फोन नंबरों की अभी भी जांच चल रही है।