नेविगेशन प्रणाली की जांच का काम पूरा
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भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (एएआई) के बीचक्राफ्ट किंग एयर बी-300 विमाग से नोएडा एयरपोर्ट पर लगे उपकरणों की जांच में सफलता मिली है। बीचक्राफ्ट किंग एयर बी-300 से डॉपलर वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज उड़ान संचालित की गई। इनमें एडीवीआर कैलिब्रेशन फ्लाइट के माध्यम से नेविगेशन उपकरणों ने हर उड़ान में सही काम किया है। एयरपोर्ट प्रबंधन ने सफलता में इसे मील का पत्थर माना है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट प्रबंधन और एएआई के अधिकारियों ने 17 अप्रैल से बीचक्राफ्ट किंग एयर बी-300 से एयरपोर्ट के ऊपर उड़ान भरकर नेविगेशन उपकरणों जांच शुरू की थी। करीब एक सप्ताह के समय में एयरपोर्ट प्रबंधन को बड़ी सफलता मिली है, हालांकि इस प्रक्रिया को पूरा करने के लिए 30 अप्रैल तक का लक्ष्य दिया गया था, मगर अब इसे पहले ही पूरा कर लिया है। इससे साफ है कि तय समय से ही उड़ान चालू हो सकेंगी। जांच में नेविगेशन और रडार के माध्यम से बीच क्राफ्ट किंग एयर बी-300 को सही दिशा में सूचनाएं प्रसारित की गई हैं। हर दिन इसे करीब आधे घंटे तक उड़ाया गया है।
नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट एजेंसी ने एक्स हैंडल के माध्यम से जानकारी देते हुए खुशी जाहिर की है। वहीं, नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड कंपनी के नोडल अधिकारी शैलेंद्र भाटिया ने बताया कि एएआई ने 17 अप्रैल से नेविगेशन प्रणाली की जांच का काम शुरू हुआ था। इसके लिए एयरपोर्ट क्षेत्र में बीचक्राफ्ट किंग एयर बी 300 ने उड़ान भरकर नेविगेशन प्रणाली की जांच की। नेविगेशन प्रणाली की जांच का काम अब पूरा हो गया है। उपकरण सही तरीके से काम कर रहे हैं।